Friday, 2 October 2015

Sh. LAl Bahadur shashtri ji( 2 October Jayanti)


भारत रत्न से सम्मानित महान स्वतंत्रता सेनानी एवं भारतवर्ष के पूर्व प्रधानमंत्री श्री लाल बहादुर शास्त्री जी की जयंती पर कोटि-कोटि नमन |
शास्त्री जी का जीवन उच्च कोटि का था। वे आध्यात्मिक कर्मयोगी थे। उन्होंने अपने स्वत्व के आधार पर देश की परिस्थिति को बदल दिया। उनके आह्वान पर बहुत से लोग आज भी सोमवार व्रत रहते हैं। यह शास्त्री जी के प्रति लोगों की श्रद्धा है। शास्त्री जी के वचनों के पीछे उनकी तपस्या है। महात्माओं का लक्षण उनके जीवन में दिखता है। शास्त्री जी जैसे दिखते थे वैसे ही उनका जीवन था।
उनका कार्यकाल केवल 18 महिनों का था। इस कम समय में भी उन्होंने पूरे देश में नव चेतना का संचार किया। शास्त्री जी को जब-जब याद करते हैं तो बाते ध्यान में आती है कि यदि शास्त्री जी तासकन्द से सही सलामत आ गये होते तो देश का इतिहास दूसरा होता। उन्होंने पाकिस्तान जैसे आक्रान्ता को सबक सिखाया।
शास्त्री जी का जीवन बहुत ही साधारण था। एक प्रधानमंत्री का परिवार कैसे रहता है? यह भी अनुकरण करने की जरूरत है। आज शास्त्री का पार्थिव शरीर नहीं है लेकिन गुण और विचार विद्यमान है। उनकी कीर्ति बढ़ायी जा सकती है। शास्त्री जी का जीवन अनुकरण योग्य है।
शास्त्रीजी को उनकी सादगी, देशभक्ति और ईमानदारी के लिये आज भी पूरा भारत श्रद्धापूर्वक याद करता है।

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